महंगी गाड़ियां, चमकीली आंखें, स्मार्ट ड्रेसअप और कोड नेम- 007। शायद आप इतने से समझ रहे होंगे की हम बात जेम्स बॉन्ड की कर रहे हैं। ब्रिटेन का वह मशहूर जासूस जो हर हाल में दुनिया से दुश्मनों का सफाया कर मानवता को बचाता है। वह छाता खोले तो मिसाइल निकल आए, पेन से गोली मार दे.. कार प्लेन बन जाए और प्लेन कार। चलो यह तो हुई फिल्मों की बात… अब हमें एक ऐसे जेम्स बॉन्ड का पता चला है जो असली वाला था।
दरअसल, बॉन्ड के लेखक इयान फ्लेमिंग ने 1953 में इस कैरेक्टर को लिखा था। वह कहते रहे हैं कि उन्हें अमेरिका के पक्षी विज्ञानी जेम्स बॉन्ड पसंद थे, इसलिए उन्होंने कहानी में अपने हीरो का नाम भी जेम्स बॉन्ड ही रख दिया। इस नाम में उन्हें पौरुषता झलकती थी।
हालांकि, हमें जो जेम्स बॉन्ड मिला है वो कोई पक्षी विज्ञानी नहीं असल में ब्रिटेन का एजेंट थे। 1962 में बॉन्ड की पहली मूवी आने के दो साल बाद इन वाले जेम्स बॉन्ड की तैनाती पोलैंड की राजधानी वार्सा में हुई थी। पोलैंड उस दौरान कम्युनिस्ट ब्लॉक में आता था। इस ब्लॉक में पोलैंड के साथ रूस, चेकोस्लोवाकिया, बुल्गारिया और रोमानिया जैसे देश आते थे। पोलैंड के इंस्टीट्यूट ऑफ नेशनल रेमेम्ब्रेंस ने हाल ही में इसके बारे में बताया है। इसके मुताबिक बॉन्ड 18 फरवरी 1964 को ब्रिटेन के दूतावास में काम करने के लिए आए थे। आधिकारिक तौर पर उनका काम दूतावास में वह दस्तावेजों की देखरेख थी।
इस वाले जेम्स बॉन्ड और पिक्चर वाले जेम्स बॉन्ड में कुछ भी कॉमन नहीं था। पिक्चर वाला जेम्स बॉन्ड जहां वोडका के कॉकटेल और सुंदर लड़कियों का शौकीन था। वहीं, असली वाला ऑफिस बाबू था। एक बार उसने रूस की सीमा पर पोलैंड के बाइलिस्तोक और ओल्जस्टीन की यात्रा करने की कोशिश की थी, लेकिन असफल रहा था। 21 जनवरी 1965 को असली वाले जेम्स बॉन्ड पोलैंड से ब्रिटेन लौट गए थे।
(अब जानिए अमेरिका के पक्षी विज्ञानी जेम्स बॉन्ड को)
ये वाले जेम्स बॉन्ड अमेरिका के फिलाडेल्फिया में साल 1900 को जन्मे थे। पक्षियों में बहुत रुचि थी, खासकर कैरीबियन पक्षियों में। उन्होंने कई किताबें भी लिखीं। इसमें से ही एक किताब थी “बर्ड ऑफ द वेस्ट इंडीज’। यह किताब पढ़ी इयान फ्लेमिंग ने। उन्हें यहीं से जेम्स बॉन्ड नाम पसंद आ गया और उन्होंने अपनी किताब में हीरो का यही नाम दिया।
बॉन्ड के लेखक खुद भी खुफिया अधिकारी थे
जेम्स बॉन्ड के लेखक इयान फ्लेमिंग खुद भी ब्रिटेन की नौसेना के खुफिया अधिकारी थे। इसके साथ ही वह पत्रकार और लेखक भी रहे। दूसरे विश्व युद्ध के दौरान वह स्पेशल एजेंट थे। वह 30 एयू यूनिट के कमांडर थे। इस दौरान उनका बहुत से कमांडोज से मिलना जुलना होता था। इन सभी का मिलाजुला रूप फ्लेमिंग ने बॉन्ड को दे दिया और उसमें अपना अंदाज भी जोड़ दिया।
25 फिल्में आ चुकी हैं बॉन्ड की
जेम्स बॉन्ड की अभी तक 25 फिल्में आ चुकी हैं। इसमें सबसे नई वाली है “नो टाइम टू डाई’। इसमें भी डेनियल क्रेग ही हीरो हैं। वह पांचवीं बार जेम्स बॉन्ड बने हैं। उनकी पिछली मूवी स्काईफाल और स्पेक्टर ने बॉक्स ऑफिस पर अरबों डॉलर कमाए थे। अभी तक 6 एक्टर जेम्स बॉन्ड बन चुके हैं। इसमें शॉन कॉनरी, रॉजर मूर, जॉर्ज लेजनबाई, टिमोथी डाल्टन, पिअर्स ब्रॉसनन और डेनियल क्रेग हैं।