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महिला सशक्तिकरण के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है नारी की सुरक्षा : प्रतिभा

बिहार (दरभंगा) – बिहार में दरभंगा जिले की उप विकास आयुक्त प्रतिभा रानी ने महिला सशक्तिकरण के लिए नारी की सुरक्षा को सर्वाधिक जरूरी बताते हुए आज कहा कि नारी जिस माहौल में रहती है, पढ़ती है, काम करती है, वहाँ उन्हें पूर्णतः सुरक्षा का माहौल मिलना चाहिए। श्रीमती रानी ने सोमवार को समाहरणालय अवस्थित बाबा साहेब डॉ.भीमराव अम्बेडकर सभागार में आयोजित जिला हब फॉर इम्पावरमेंट ऑफ वीमेन कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए कहा कि मिशन शक्ति सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है। आज समाज में नारी के लिए जो व्यवस्था है, उसमें नारी सुरक्षा का विषय महत्वपूर्ण है और मिशन शक्ति भी इसी दिशा में एक प्रयास है।महिला सुरक्षा को समाज में गंभीरता से लिए जाने की आवश्यकता है।

उन्होंने कहा कि कई बार हम मामले की गंभीरता को नहीं समझ पाते हैं और उसे सामान्य घटना से जोड़ देते हैं। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन किसी घटना को सहते-सहते हम इतने अभ्यस्त हो जाते हैं कि उसे हम सामान्य घटना के रूप में मान लेते हैं और जिस संवेदनशीलता से उस पर कार्रवाई की जानी चाहिए, नहीं कर पाते हैं। उन्होंने उपस्थित महिला पदाधिकारीयों को कहा कि ऐसे मामले में हमें अपनी संवेदनशीलता को बनाए रखने की जरूरत होगी। उप विकास आयुक्त ने कहा कि मिशन शक्ति के अंतर्गत संबल और सामर्थ्य योजना के तहत कई कार्यक्रम चलाएं जा रहे हैं, जिनके तहत जिला हब फॉर एमपॉवरर्मेंट ऑफ वीमेन कार्यक्रम की शुरुआत की गई है, निश्चित रूप से यह योजना महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए उपयुक्त सिद्ध होगी।

मिशन शक्ति’ मिशन मोड में एक योजना है जिसका उद्देश्य महिला सुरक्षा, संरक्षा और सशक्तिकरण के लिए समर्थन को मजबूत बनाना है। उन्होंने बताया कि मिशन शक्ति’ की दो उप-योजनाएं हैं- ‘संबल’ और ‘सामर्थ्य’. जहां “संबल” उप-योजना महिलाओं की सुरक्षा के लिए है, वहीं ‘सामर्थ्य’ उप-योजना महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए है। ‘संबल’ उप-योजना के घटकों में नारी अदालतों के एक नए घटक के साथ वन स्टॉप सेंटर (ओएससी), महिला हेल्पलाइन-181 (डब्ल्यूएचएल), बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ (बीबीबीपी) हैं- इसके अलावा यह योजना समाज और परिवार के भीतर वैकल्पिक विवाद के समाधान एवं लैंगिक न्याय को बढ़ावा देने का काम करेगी। ‘सामर्थ्य’ उप-योजना में शक्ति सदन ,सखी निवास , इसके अलावा, कामकाजी माताओं के बच्चों के लिए राष्ट्रीय क्रेच योजना और विशिष्ट आईसीडीएस के तहत प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (पीएमएमवीवाई) है।

समारोह में महिला एवं बाल विकास निगम, बिहार पटना की प्रबंधक (क्षमता वर्धन), ने बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी देते हुए बेटी के महत्व पर बल दिया। उन्होंने बताया की बिहार राज्य में प्रति 1000 पुरुष में 918 महिलाएं हैं, जो यह दर्शाता है कि आज भी समाज में बेटी के प्रति पुरानी नजरिया कायम है। जिसे दूर करने की जरुरत है, इसके लिए जरुरी है कि हमारा समाज कन्या भ्रूण हत्या, लिंग परिक्षण इत्यादि कुरीतियों को दूर करें, क्योंकि बेटी है तो कल है। यह योजना सम्पूर्ण जीवन चक्र में महिलाओं को प्रभावित करने वाले मुद्दों पर विचार करने और उनके जीवन में बदलाव लाएगी तथा उन्हें जन भागीदारी के माध्यम से राष्ट्र-निर्माण में समान अवसर प्रदान करेगी। जिला मिशन समन्वयक ऋषि कुमार द्वारा पावर पॉइंट प्रस्तुतीकरण के माध्यम से मिशन शक्ति अंतर्गत विभिन्न योजनाओ को विस्तार पूर्वक बताया गया ।

उन्होंने बताया कि निदेशक, महिला एवं बाल विकास निगम, के आदेशानुसार आज बिहार के हर जिले में डिस्ट्रिक्ट हब फॉर एम्पावरमेंट ऑफ़ वीमेन कार्यालय का शुभारंभ किया गया है। कार्यक्रम का संचालन केंद्र प्रशासक अजमातुन निशा द्वारा किया गया । अंत में धन्यवाद ज्ञापन जिला प्रोग्राम पदाधिकारी डॉ रश्मि वर्मा द्वारा किया गया I कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास निगम ,बिहार पटना की प्रबंधक (क्षमता वर्धन ), रश्मि रंजन, सिविल सर्जन के प्रतिनिधि, एस एम सी यूनिसेफ डीपीएम जीविका, लैंगिक विशेषज्ञ गोविन्द कुमार एवं सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी,महिला पर्यवेक्षिका सहित सभी जिला प्रोग्राम कार्यालय के कर्मी उपस्थित थे।

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