अनिल अंबानी: अर्श से फर्श तक पहुंचे, गहनें बेचकर लोन की किश्त चुका रहे हैं, जानिए… कैसे दुनिया के छठे सबसे अमीर आदमी रहे अनिल अंबानी की यह हालत हुई

अनिल अंबानी जो कि अनिल धीरूबाई अंबानी ग्रुप (एडीएजी) ग्रुप के चेयरमैन हैं। कभी दुनिया के छठे सबसे अमीर शख्स थे। आज वह गरीबी का सामना कर रहे हैं। उन्होंने शुक्रवार को ब्रिटेन की एक कोर्ट में बताया कि मुकदमा लड़ने के लिए वह गहनें बेचकर वकीलों की फीस भर रहे हैं। वह एक सामान्य से आदमी रह गए हैं और उनके पास केवल एक कार है।
दरअसल मामला यह है कि अनिल अंबानी ने 2012 में रिलायंस कम्युनिकेशन्स के लिए चीन की तीन बैंकों से लोन लिया था। जिसका करीब 68 करोड़ डॉलर (करीब 5000 करोड़ रुपये) बकाया है। यही लोन को चुकाने में वे डिफॉल्टर हैं। इसके चलते चाइनीज बैंकों ने ब्रिटेन की कोर्ट में एक केस दायर किया है। अनिल अंबानी ने जिन तीन चाइनीज बैंको से लोन लिया था उनके नाम- इंडस्ट्रियल एंड कॉमर्शियल बैंक ऑफ चाइना, चाइना डेवेलपमेंट बैंक और एग्जिम बैंक ऑफ चाइना हैं।
बैंकों का कहना है कि अनिल अंबानी ने इस लोन के लिए पर्सनल गारंटी दी थी। जबकि, अंबानी इस बात को खारिज कर रहे हैं।
22 मई को ब्रिटेन की कोर्ट ने अनिल अंबानी से कहा था कि वह 12 जून तक चीनी बैंकों को 5000 करोड़ रुपये और इन बैंकों की कानूनी लागतों का 7 करोड़ रुपये चुकाने को कहा था। अनिल अंबानी इसे नहीं चुका पाए थे। 15 जून को चीनी बैंकों ने अनिल अंबानी से संपत्ति का खुलासा करने की मांग की थी। कोर्ट ने कहा था कि वह दुनिया भर में फैली एक लाख डॉलर (74 लाख रुपये) से ज्यादा की संपत्तियों की घोषणा करें। जवाब में अनिल अंबानी ने कहा कि उनके पास इतनी कीमत की केवल एक पेंटिंग है, जिसकी कीमत 81 लाख रुपये है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक अनिल अंबानी ने कहा कि उन्हें इस साल जनवरी से लेकर जून तक अपने गहने बेचकर 9.9 करोड़ रुपये मिले थे। उन्होंने यह भी कहा कि उनके पास कोई कारों का बेड़ा या फिर रॉल्स रॉयल जैसी कार नहीं हैं। अंबानी ने कहा कि उनके पास केवल एक ही कार है। उनकी पत्नी और परिवार ही उनका खर्च उठा रहे हैं।
कोर्ट ने उनके क्रेडिट कार्ड से हुई लग्जरी दुकानों से शॉपिंग पर भी सवाल उठाए तो अनिल अंबानी ने कहा कि इस क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल उनकी मां कोकिला अंबानी खर्च करती हैं। अनिल अंबानी पर उनकी मां का 500 करोड़ और बेटे का 310 करोड़ उधार है।
इस तरह घटती गई अनिल अंबानी की सम्पति
साल 2002 में धीरूभाई अंबानी की मृत्यु के बाद दोनों भाइयों में विवाद शुरू हो गया। साल 2005 में दोनों के बीच बंटवारा भी हो गया। 2006 में जहां अनिल अंबानी की नेटवर्थ 5.7 अरब डॉलर थी वहीं, मुकेश अंबानी की 8.5 अरब डॉलर। एक साल बाद अनिल अंबानी की नेटवर्थ 42 अरब डॉलर तो मुकेश अंबानी की 43 अरब डॉलर थी। 2010 आते-अाते यह फासला बढ़ना शुरू हो गया। 2016 में अनिल अंबानी की नेटवर्थ मुकेश की तुलना में 17 अरब डॉलर कम हो गई। 2018 में यह फासला 38 अरब डॉलर का हो गया। अब साल 2020 में जहां मुकेश अंबानी की नेटवर्थ 77 अरब डॉलर है वहीं, अनिल अंबानी की एक अरब डॉलर भी नहीं।
मुकेश अंबानी की जियो आने के बाद डूब गई अनिल की रिलायंस कम्युनिकेशन
मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस जियो आने के बाद अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशन धीरे-धीरे डूब गई। 2016 में जहां जियो के 7.21 करोड़ यूजर थे वहीं रिलायंश कम्युनिकेशन्स के 8.65 करोड़ यूजर्स। 2017 में जियो के यूजर्स बढ़कर 16 करोड़ हो गए और रिलायंस कम्युनिकेशन के घटकर 3.31 करोड़। मौजूदा समय में जहां जियो के यूजर्स 40 करोड़ के करीब हैं तो रिलायंस कम्युनिकेशन के मात्र 17 हजार। 2020 में जियो का मार्केट शेयर 33% है। रिलायंस कम्युनिकेशन का .002% ही रह गया है।